प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर संकीर्तन नगर फेरि कर लोगों को दीपावली मनाने को किया गया जागरूक।
22 जनवरी को दीप महोत्सव को “मेरा गांव मेरी अयोध्या” का दिया गया नाम।
सरबई – हिंदुओं के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 22 जनवरी को नगर सरबई में 11000 दीप प्रज्वलित कर नगर को ही अयोध्या बना दिया गया, नगर के सभी वर्ग के लोगों ने इस महोत्सव में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मिलकर भगवान को उनके नए घर में बिराजने का जश्न मनाया ,500 वर्षों के इंतजार के बाद रामलला को टेंट से निकालकर उन्हें महल में विराजमान होने का यह अद्भुत क्षण हर राम भक्त के लिए किसी दीपावली से कम नहीं था लोगों ने पटाखे फोड़कर दीपों से नगर को सुसज्जित कर खुशियां मनाईं।
राम दरबार की झांकियां भी रही आकर्षण का केंद्र।
जहां एक और पूरा रामलीला मैदान दीपों से सुसज्जित था वहीं दूसरी ओर प्रभु श्री राम जानकी की झांकी भी लोगों को आकर्षित कर रही थी, दीपों की सजा देख लोगों ने कहा कि ऐसी अद्भुत छटा हमने पहले कभी नहीं देखी आज एहसास हो रहा है कि हम गांव में नहीं अयोध्या धाम में है और लोगों ने यह सब देखकर इस उत्सव को नाम दिया “मेरा गांव मेरी अयोध्या” ।
कारसेवक ,धर्म जागरण, पर्यावरण संरक्षक व सफाई कर्मियों को किया गया सम्मानित।
मेरा गांव मेरी अयोध्या दीप महोत्सव में नगर के कार्य सेवक जो 1992 में बाबरी विध्वंस प्रकार सेवा कर जेल गए थे उनको श्रीपाल व राम पट्टी का भेंट कर सम्मानित किया गया किसी कड़ी में पर्यावरण संरक्षण धर्म जागरण के सदस्यों एवं सफाई कर्मियों को भी सम्मानित कर लोगों को प्रेरणा देने हेतु प्रोत्साहित किया गया।