फतेहपुर में लापरवाही से 12 गौवंशो की मौत, कई मरणासन्न !

– कंटेनर में 11 गौवंशो की मौत के बाद पुलिस मुठभेड़ पर भी उठे सवाल !
– कहीं मुठभेड़ की स्क्रिप्ट तो नहीं बन गई मौत की वजह ..!
– भूख प्यास व दम घुटने से मौत होने का अंदेशा !
– वीएचपी ने कहा कार्रवाई न हुई तो होगा सड़को पर आंदोलन
– भैसौली गौशाला की स्थिति दयनीय, तड़पकर गौवंश की मौत, कई बीमार !

फतेहपुर (यूपी) जनपद में 11 गौवंश जिम्मेदारों की लापरवाही से काल के गाल में समा गए। अब कार्रवाई से बचने के लिए एक दूसरे पर दोष मढ़ने का खेल चल रहा है। पूरे मामले में पुलिस व प्रशासन की उदासीनता स्पष्ट नज़र आई। हालांकि उच्चाधिकारी जांच कर कार्रवाई की बात कहते नज़र आये। वहीं घटनाक्रम को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडे आर पार के मूड में हैं उन्होंने कहा कि लापरवाही नही, यह गौवंशो की हत्या है। अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करेगा तो वह मामले में सभी दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे।
बता दें कि रविवार को दिन में लगभग 11 बजे थरियांव पुलिस व एसओजी ने गौतस्करों से मुठभेड़ होने का दावा किया था जिसमे एक कन्टेनर में 28 गौवंश बरामद हुए थे। पुलिस की स्क्रिप्ट में दिन में 11 बजे गौतस्कर कन्टेनर लेकर जा रहे थे पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो वह थरियांव के एकारी रोड़ में जंगल की तरफ भाग गए जहां पुलिस पर फायर करने लगे। पुलिस का दावा है उन्होंने मुठभेड़ के दौरान कंटेनर बरामद किया और जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर को गोली भी लगी। जिसके बाद पुलिस ने गौवंशो को गौशाला भिजवा दिया। जिसके बाद देर शाम जानकारी हुई कि 11 गौवंश अचानक मृत हो गए लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई। सोमवार को भी मामले को दबाने का पूरा प्रयास हुआ लेकिन विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडे ने खुलकर मामले में प्रशासनिक लापरवाही से 11 गौवंशो की मौत होना बताया। उन्होंने कहा कि गौवंशो के कंटेनर को लेकर पुलिस गौशाला गौशाला नाचती रही, अयाह शाह के प्रधान ने तो उच्चाधिकारियों को अपशब्द भी कहे और गौवंशो को गौशाला में लेने से मना कर दिया जिससे कन्टेनर में दम घुटने व भूख प्यास की वजह से गौवंशो की मौत हो गई। श्री पांडे ने कहा कि मेरी एसडीएम और सीडीओ से बात हुई है उन्होंने जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है अगर दोषियों पर कार्रवाई न हुई तो वह स्वयं वादी बनकर एफआईआर दर्ज करवाएंगे। जिसमे ऊपर से लेकर नीचे तक सभी जिम्मेदारों के नाम होंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रशासनिक लापरवाही से गौवंशो की मौत का मामला नहीं है यह स्पष्ट हत्या का मामला है। पोस्टमार्टम के लिए कहा है रिपोर्ट से निश्चित हो जाएगा कि गौवंशो की मौत किस वजह से हुई है।

– मुठभेड़ पर उठे सवाल, देर रात वाहन पकड़े जाने की चर्चा !

एक तरफ 11 गौवंशो की मौत से अफसर सकते में हैं तो वहीं शासन ने भी मामले को संज्ञान में ले लिया है अब अपनी बचत के लिए अफसर पूरा दोष मढ़ने के लिए कमजोर गर्दन की तलाश कर रहे हैं। आरोप है कि कन्टेनर में कई घण्टे 28 गौवंश भूसे की तरह भरे रहे इसीलिए दम घुटने से उनकी मौत हो गई। आरोप प्रत्यारोप के बीच थरियांव पुलिस की मुठभेड़ पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्षेत्र में दबी जुबान चर्चा है कि कन्टेनर को रात में ही पकड़ लिया गया था और मुठभेड़ की स्क्रिप्ट, हिलती हुई थानेदारी बचाने के लिए और कप्तान की निगाह में आने के लिए रची गई थी। बताते हैं कि एसओजी में सिपाही शहनवाज तैनात है जो पशु तस्करी के मामले में संलिप्तता पर पूर्व में निलंबित हो चुका है उसी ने लड़खड़ाई कुर्सी को बचाने के लिए मुठभेड़ की स्क्रिप्ट रची थी। उच्चाधिकारियों को आरोपो की जांच करवाना चाहिए ताकि 11 गौवंशो की मौत का असली कारण स्पष्ट हो सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।

– गौ संरक्षण केंद्र भैंसौली में एक गौवंश की मौत, कई गम्भीर !

देवमई विकास खण्ड की भैसौली गौशाला में आधे पेट भोजन मिलने से गौवंश ढांचे में तब्दील हो गए हैं जो बारी बारी से अपनी मौत का इंतजार कर रहे हैं। मंगलवार को दैनिक भास्कर की पड़ताल में गौ संरक्षण केंद्र में लगभग आधा दर्जन गौ वंश बीमार व बेहाल मिले। इनमे से कई तो उठ भी नहीं पा रहे थे। जिनमें से एक की मौत भी हो गई थी। दो अन्य मरणासन्न अवस्था मे नजऱ आ रहे थे। गौशाला में गायों के लिए सूखे भूसे के सिवा कोई अन्य ब्यवस्था नजऱ नहीं आई। गौवंशो की हालत देखकर प्रशासनिक उदासीनता का अंदाजा लगाया जा सकता था। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला में आये दिन गौवंशो की मौत होती है जिन्हें ट्रैक्टर से घसीटकर वहीं दफना दिया जाता है।

– क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस बाबत एसडीएम बिंदकी मनीष कुमार ने बताया कि भैसौली गौशाला में बीमार गौवंशो के इलाज के लिए डॉक्टर लगे हैं। मामले की जांच के लिए नायब तहसीलदार व बीडीओ को भेजा है। एक गौवंश की इलाज के दौरान मौत हुई है अन्य का इलाज चल रहा है जो स्वस्थ हैं। चारे की भी उपलब्धता है। केवल जाल तोड़कर पशु निकल जाते हैं जिसे देखना पड़ता है कई बार उसी में चोटहिल हो जाते हैं।

इस बाबत सीडीओ सूरज पटेल ने कहा कि पशु तस्करों के कन्टेनर से बरामद 11 गौवंशो की मौत के मामले में जांच चल रही है। बैठक लेकर सख्ती से पूछताछ की है। पुलिस के द्वारा दो से ढाई बजे के बीच सूचना दी गई थी। 4 बजे अयाह शाह गौशाला में गौवंशो को शिफ्ट करवाया गया है। 11 गौवंशो की मौत दुःखद है पूरे प्रकरण की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भैसौली गौशाला में गौवंश की मौत व लापरवाही के मामले में भी जांच की बात कही है।

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