उत्तर भारत मे सर्दियों का मॉसम लगभग सूखा गुजरा है। अब सर्दियों के अंतिम दिनों में 2 लगातार WD के आने से 26 फरवरी से 4 मार्च के बीच उत्तर भारत के इलाको में औऱ 4 मार्च से 8 मार्च के बीच मध्य भारत के इलाकों मे आँधी-बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी।
मौसमी चक्र:
● एक कमजोर WD इस समय उत्तरी पाकिस्तान पर मौजूद हैं। जिसके कारण आज शाम से लद्दाख, जम्मू कश्मीर में बरसात की गतिविधियां शुरू हो जाएगी।
● एक नया मध्यम दर्जे का WD 28 फरवरी से उत्तर भारत की तरफ आएगा।
● ताज़ा WD की हवाओँ से प्रेरित परिसंचरण क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी/पश्चिमी राजस्थान पर विकसित होगा।
●इस आगामी WD के आने से एक निचले से मध्य स्तरीय की ट्रफ पूर्वांचल से महाराष्ट्र तक बनेगी। उत्तर-पश्चिमी हवाओँ औऱ खाड़ी से आ रही हवाओँ के टकराव के बनी ट्रफ के कारण मध्य भारत के कई इलाकों में गरज़ के साथ हल्की बारिश देखी जाएगी।
26 फरवरी:
कल जम्मू कश्मीर, लद्दाख में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी होगी।
हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के ऊपरी भागो में बिखरी हुई हल्की बारिश होगी। ऊँचले पहाड़ों पर बर्फबारी भी संभव है।
हिमाचल के दक्षिणी भागो में कही-2 गरज़ के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
पंजाब के माझा, दौबा व पश्चिमी मालवा क्षेत्र में कल अलसुबह छिटपुट जगह बूंदाबांदी हो सकती है। फिर दोपहर बाद से इन इलाकों में बादलो का बनना शुरू होगा। जिससे कुछ जगहों पर गरज़ के साथ बूंदाबांदी या हल्की बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी।
पंजाब के पुर्वी मालवा, पश्चिमी हरियाणा व उत्तर-पुर्वी राजस्थान में भी कल WD के प्रभाव से कमजोर बादल बनेंगे। अगर कही-कोई बादल सक्रिय हो जाता है तो छिटपुट जगह बूंदाबांदी भी हो सकती है।
बाकी उत्तर भारत के इलाको में कल मॉसम लगभग साफ व आंषिक बादलवाही के साथ हल्का गर्म रहेगा।
27 फरवरी:
परसो कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाको में हल्की बारिश व बर्फबारी होगी।
जम्मू, दक्षिण हिमाचल व उत्तराखंड के तलहटी इलाको में दोपहर बाद कही-2 हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की उम्मीद है।
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश में मॉसम लगभग साफ, आंषिक बादलवाही के साथ हल्का गर्म रहेगा। बरसात की उम्मीद परसो इन इलाको में नही है।
परसो शाम से नए WD के बादलों का आना शुरू हो जाएगा।
28 से 3 मार्च के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तर व उत्तर-पुर्वी राजस्थान में तेज़ हवाओँ औऱ गरज़ के साथ बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी।
दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, मध्य व दक्षिण पुर्वी राजस्थान, बुंदेलखंड, पूर्वांचल इस बरसाती दौर के प्रभाव से बाहर रहेंगे।
वही 4 मार्च से 8 मार्च के बीच पुर्वी गुजरात, दक्षिण-पुर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पूर्वांचल, बुंदेलखंड व झारखंड में कई इलाको में तेज़ हवाओँ औऱ गरज़-चमक के साथ बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात के साथ ओलावृष्टि की प्रबल संभावना है।
इस बरसाती दौर से उत्तर भारत का बड़ा हिस्सा अछूता रहेगा।
जल्द ही 28 फरवरी वाले बरसाती दौर पर नई विस्तृत अपडेट देंगे।
PC: Ankit Bisht ( Raisen, MP)
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