रेत उत्खनन के चलते पहले भी हो चुकी है कई मौतें प्रशासन नहीं लगा पा रहा लगाम।
मल्होत्रा कंपनी की मनमानी के चलते निजी भूमि के नाम पर हो रहा अवैध उत्खनन।
नए-नए बने मंत्री महोदय भी रेत माफियाओं के सामने हुए नतमस्तक।
गौरिहार – क्षेत्र के लिए अवैध उत्खनन नासूर बन चुका है मल्होत्रा कंपनी द्वारा लगातार 3 वर्षों से इस क्षेत्र का चीर हरण किया जा रहा है किंतु जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती, लगातार हो रहे अवैध उत्खनन से रोड से लेकर पुलों तक और जीवन दाहिनी केन नदी की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है। वहीं दूसरी ओर मौतों का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है, मिली जानकारी के अनुसार आज गौरिहार तहसील के बारबंद निजी भूमि में हो रहे उत्खनन के दौरान बछेड़ा खेड़ा निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत एलएनटी के बकेट लगने से हो गई थाना गोयरा से मिली जानकारी के अनुसार मृतक महिला का नाम रमसखिया है जिसके पति का नाम मंगी केवट है घटना सुबह 10:00 बजे की बताई जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महिला खनन की जगह पर बैठी थी कि उसी समय मशीन ऑपरेटर द्वारा खुदाई के लिए बकेट घुमाया गया जो सीधे महिला को लगा और वह बुरी तरह घायल हो गई जिसे तत्काल परिजनों द्वारा बांदा ले जाया जा रहा था किंतु महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया संचालित खदान गुड़ा निवासी जय मिश्रा की बताई जा रही है कुछ लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले भी इनकी खदान में कुछ बच्चों की मौत हो चुकी है।
पहले भी हो चुकी है कई मौतें।
जब से रेत उत्खनन चल रहा है तब से आज तक सैकड़ो मौतें हो चुकी है यह नहीं है कि यह जानकारी शासन और प्रशासन को नहीं है पर मजाल है कि मल्होत्रा जैसी चर्चित कंपनी पर कोई कार्यवाही हो सके हां खाना पूर्ति के लिए कुछ ट्रैक्टरों को पड़कर उन पर कार्यवाही कर साहब लोग अपनी पीठ थपथपाते नहीं थकते।
थाना गोयरा में मामला हुआ मामला पंजीबद्ध।
ASI उमेश सिंह ने बताया कि मृतक का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले को पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है।